राम नाम के हीरे मोती, मैं विखराउं गली-गली

दिनांक - 07.09.2014

स्थान - हिन्द परिसर स्थित संस्कृति भवन, शिकोहाबाद

आमंत्रित कलाकार - श्री जगदीश धर्मक जी, श्री प्रकाश धर्मक जी, श्री विनायक झा मुख्य गायक के रूप में श्री शंकर धर्मक ने मजीरा वादन, संत कुमार मरावी ने ढोलक पर साथ दिया।

शब्दम् संस्था द्वारा रामनवमीं की पूर्व संध्या पर आयोजित ‘रामनाम के हीरेमोती मैं बिखराउं गली-गली’ का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में हिन्दलैम्पस् चेयरमैन एवं शब्दम् के वरिष्ठ सदस्य श्री शेखर बजाज जी उपस्थित थे। कार्यक्रम में बुंदेलखण्ड़ के प्रसिद्ध रामगायक जगदीश धर्मक, प्रकाश धर्मक एवं विनायक झा ने अपनी आवाज से मंत्रमुग्ध कर दिया। ‘‘दे हमको शीतल वाणी हे माता शारदे’’ सरस्वती वन्दना के साथ कार्यक्रम का प्रारम्भ किया। शीर्षक गीत ‘‘राम नाम के हीरे मोती, मैं विखराउं गली-गली’’ व ‘‘सीता जी के राम’’ गीतों के साथ सभा में उपस्थित श्रोतागणों को रामधुन में डुबो दिया। ‘‘रि दुनियां खेलों ने आंख मिचोली’’ ने संस्कृति भवन में उपस्थित सभी श्रोतागणों की आंखों को नम कर दिया। कार्यक्रम में ‘‘मेघ मल्हार’’, ‘घूघट के पट खोल री’ गीतों ने बुंदेलखण्ड़ लोक शैली का परिचय दिया, अन्त में ‘‘पायो जी मैंने रामरतन धन पायो’’ और देवी मां के ऊपर ‘लोंग मिर्च की बारी’ गीत से कार्यक्रम का समापन किया। तत्पश्चात् सभी श्रोता रामनवमी के प्रसाद एवम् राम भजन के आनंद में विभोर होकर अपने-अपने घर को चले।

फोटो परिचय

कलाकारों को हरित कलश भेंट करते बजाज इलैक्ट्रीकल्स के चेयरमैन श्री शेखर बजाज

कार्यक्रम की प्रस्तुति देते कलाकार

गायन करते कलाकार श्री जगदीश धर्मक

कार्यक्रम में उपस्थित श्रोतागण

कलाकारों के साथ बजाज इलैक्ट्रीकल्स के चेयरमेन श्री शेखर बजाज एवं शब्दम् अध्यक्ष श्रीमती किरण बजाज

कार्यक्रम के अंत में समूह छायांकन में उपस्थित, कलाकार एवं प्रमुख लोग

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